पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. भले ही दोनों देशों के बीच में सीजफायर हो गया हो, लेकिन पीएम का साफ कहना है कि अगर अब पाकिस्तान किसी तरह की कोई आतंकी गतिविधि करता है तो न तो परमाणु हमले की धमकी सुनी जाएगी और इसे सीधा युद्ध मानते हुए कार्रवाई की जाएगी. दरअसल जब पाकिस्तान ने भारत में घुसकर हमला किया तो देश ने भी ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुश्मन को मजा चखाया,ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान भारत पर ड्रोन से हमले करने लगा था. इन ड्रोन्स को उसने खासतौर से तुर्किए से मंगवाया था. लेकिन भारत ने भी ज्यादातर ड्रोन्स के हमले नाकाम कर दिए. इसी बीच आइए जान लेते हैं कि भारत के मुकाबले तुर्किए कितना ताकतवर है.
तुर्किए की सैन्य ताकत साल 2023 में ग्लोबल फायर पावर ने मिलिट्री स्ट्रैंथ इंडेक्स की रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में मिडिल ईस्ट और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में तुर्किए सबसे ताकतवर देश बनकर उभरा था. इसके बाद मिस्र, ईरान और इजराइल का नाम शामिल था. सैन्य ताकत की बात करें तो तुर्किए के पास इस वक्त 3,55,200 सैनिक सक्रिय हैं. वहीं कुल रिजर्व सैनिक 3,78,700 हैं. साल 2024 में तुर्किए का रक्षा बजट 40 बिलियन डॉलर है. इसके अलावा वहां सैनिकों की कुल संख्या 2231 है. तुर्किए की सेना में आर्मर्ड व्हीकल्स की संख्या 55,104 और 286 रॉकेट लॉन्चर्स हैं. इस देश की वायुसेना में 205 लड़ाकू विमान हैं. इनकी नौसेना में 12 पनडुब्बियां, 186 फ्लीट स्ट्रेंथ और 9 कार्वेट हैं.
भारत की सैन्य शक्ति ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक भारत ताकत के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है. भारतीय सेना के पास 22 लाख आर्मी के जवान, डेढ़ लाख बख्तरबंद वाहन, 4210 टैंक, 3975 खींचकर ले जाने वाली आर्टिलरी, 100 सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी हैं. भारतीय एयरफोर्स के पास 3 लाख 10 हजार वायुसैनिक और 2229 विमान हैं. जिनमें से 513 लड़ाकू विमान और 270 ट्रांसपोर्ट विमान हैं. भारतीय सेना के तीनों अंगों के पास कुल 899 हेलीकॉप्टर हैं, जिसमें 80 अटैक करने वाले हेलिकॉप्टर हैं. वहीं नेवी के पास 1.42 लाख नौसैनिक, 14 फ्रिगेट्स, 18 पनडुब्बियां, 18 कॉर्वेट्स युद्ध वाले जहाज हैं. सैन्य खर्च के मामले में भारत दुनिया में पांचवें नंबर पर है. जिनमें से टॉप 5 में तुर्किए का कहीं कोई नाम नहीं है.






