नई दिल्ली : आम बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए हर जिला अस्पताल में डे केयर कैंसर केंद्र की स्थापना को बड़ी घोषणा माना जा रहा है। अगले तीन सालों के भीतर देश के हर जिला अस्पताल में ऐसे केंद्रों की स्थापना की जाएगी। पहले वित्त वर्ष 2025-26 के दौरान ऐसे दो सौ केंद्रों की स्थापना होगी। कैंसर के मामलों में देश में बढ़ोत्तरी देखी गई है, उस पर इसका महंगा उपचार लोगों को ठीक होने से पहले ही मार देता है। ऐसे में जिला स्तर के अस्पतालों में कैंसर के उपचार की व्यवस्था होने से लोगों को अत्यंत राहत मिलने की संभावना है। इसके अलावा कैंसर और अन्य बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली 36 दवाओं को मूल उत्पाद शुल्क से मुक्त किया गया है। छह अन्य दवाओं के शुल्क को कम कर पांच फीसदी किया गया है। इनकी बल्क दवाओं में भी करों में कटौती की गई है। मरीज सहायता कार्यक्रम में इस्तेमाल होने वाली 37 दवाओं को भी शुल्क में छूट दी गई है। ये कदम भी मरीजों को राहत-पहुंचाने वाले हैं।
स्वास्थ्य बजट में करीब नौ हजार करोड़ की वृद्धि : स्वास्थ्य मंत्रालय के कुल बजट पर नजर डालें तो यह करीब एक लाख करोड़ के करीब पहुंच चुका है। एनडीए सरकार में इसमें खासी • बढ़ोत्तरी हुई है। 2014-15 के दौरान यह 34,286 करोड़ रुपये था जो 2025-26 में बढ़कर 99,858 करोड़ तक पहुंच गया है। यह 191 फीसदी की बढ़ोत्तरी है। यदि पिछले साल से तुलना करें तो इसमें करीब नौ हजार करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। 2024-25 में 90,958 करोड़ का बजट दिया गया था स्वास्थ्य बजट में.
