न्यूयॉर्क : अमेरिका ने अनुदान में कटौती कर भारत समेत दुनिया के कई देशों को झटका दे दिया है। अरबपति एलन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) ने व्यय में कटौती का शनिवार को ऐलान किया, जिसमें भारत में मतदान बढ़ाने के लिए आवंटित किए 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर भी शामिल है।मस्क ने भारत के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर के अनुदान को रद्द कर दिया। डीओजीई ने इस संबंध में एक सूची जारी की है। इसमें विभाग की ओर से 15 तरह के कार्यक्रम के अनुदान को रद्द कर दिया गया है। इसमें एक कार्यक्रम दुनियाभर में चुनाव प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए भी है, जिसका अनुदान 48.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर का है। ट्रंप ने पिछले महीने मस्क को नए सरकारी दक्षता विभाग का प्रमुख चुना था। शासन में सुधार और फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के लिए विभाग ने शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में इस,कटौती की घोषणा की। पोस्ट में वित्त पोषण के बारे में कोई और जानकारी नहीं दी गई। यह घटनाक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के कुछ दिनों बाद हुआ है, जिस दौरान उन्होंने ट्रंप के साथ-साथ मस्क से भी बातचीत की थी। भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा भाजपा ने दावा किया कि अमेरिकी वित्तपोषण से आयोजित भारत में मतदान प्रतिशत पर आधारित जिस कार्यक्रम को अब रद्द कर दिया गया है। वह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने देश के हितों के खिलाफ काम करने वाली ताकतों को भारतीय संस्थानों में घुसपैठ करने में मदद की।
इन देशों के आवंटन को रद्द किया गया है।
1. प्राग – 7.20 करोड़ अमेरिकी डॉलर
2. नेपाल – 3.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर
3. बांग्लादेश – 2.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर
4. भारत – 2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर
5. मोजाम्बिक – 1 करोड अमेरिकी डॉलर
6. सर्बिया – 1.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर
7. कंबोडिया – 23 लाख अमेरिकी डॉलर
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