बकरीद के पर्व पर सोशल मीडिया पर कुर्बानी का वीडियो डालने वाले लोगों को लेकर बनारस के शहर मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी ने कड़ा संदेश दिया। उन्होंने इसे गलत बताया और कहा कि इस्लाम में ऐसा करना गुनाह का काम है। ऐसे में लोगों से अपील है कि वो ऐसा कोई काम न करें जिससे इस्लाम को नुकसान हो और वो गुनाह का काम करें।
सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं वीडियो मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने बताया- कुर्बानी का वीडियो देखा जाता है कि लोग अपने सोशल मीडिया पर लगाते हैं और वाह-वाही करते हैं। यह सरासर गलत है। उन्होंने कहा-बहुत गलत है। ऐसा करने वालों को हमने पहले भी आगाह किया है। और बिल्कुल इस तरह की हरकत न करें। इस्लाम भी इसकी इजाजत नहीं देता। वीडियो बनाना और वायरल करना गलत है। बल्कि यह गुनाह का काम है।
ऐसा जो भी करता है वो इस्लाम का मुजरिम शहर मुफ्ती ने कड़े लहजे में कहा- ऐसा जो भी करता है वो इस्लाम का मुजरिम है। उन्होंने कहा- हमारे विडियो बनाने और वायरल करने से दूसरे मजहब को मानने वाले को ठेस पहुंच सकती है। ऐसे में हमारा यही कहना है कि ऐसा कोई काम न करें।
ऐसा करने वालों की कुर्बानी कुबूल नहीं शहर मुफ्ती ने कहा- वही कुर्बानी अल्लाह की बारगाह में कुबूल होती है जो पाको-पाकीजा तरीके से और दिल से की जाए। दिखावे के लिए और उसका वीडियो बनाकर वायरल करने के लिए अगर होती है तो यह सरासर गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो वह कुर्बानी कुबूल नहीं होगी।
जिला प्रशासन और कौम से की अपील मुफ्ती ए शहर ने जिला प्रशासन से मांग किया- जिस तरह से पिछले सालों से होता आया है कि प्रशासन नगर निगम के जरिए साफ-सफाई करवाता है तो साफ-सफाई और पानी का इंतजाम करवाए। इसके अलावा कई बार ऐसी सूचना आती है कि जो लोग कुर्बानी का जानवर लेकर जाते हैं। उनपर कमेंट किया जाता है तो इसे लेकर पुलिस सख्ती करे।
कुर्बानी के बाद गंदगी को तय जगह पर ही फेंकें मुफ्ती मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा- कौम से यही गुजारिश और अपील है कि कुर्बानी के बाद गंदगी को प्रशासन द्वारा तय जगह पर ही फेकें। उसे गली के नुक्कड़ या सड़क के कूड़े खानों में न डालें। ताकि साफ-सफाई बनी रहे। लोगों से अपील है कि कुर्बानी का खून सड़कों पर न बहाएं और जानवर को सड़क पर कुर्बानी न दें। ताकि दूसरे धर्म के लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
