वाराणसी : पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी श्री मोहित अग्रवाल द्वारा UP-112 के अधिकारी/कर्मचारियों के साथ बैठक कर दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश ।
प्रत्येक माह तीन पीआरवी को “PRV of the Month” के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा ।
पीआरवी पीड़ित व्यक्ति के साथ मृदुल व्यवहार करें, प्रत्येक कॉलर से ली जाये फीडबैक । जिन कर्मियों के व्यवहार का फीडबैक ठीक नहीं पायी जायेगी उनके विरूद्ध होगी विभागीय कार्यवाही ।
प्रत्येक दशा में पीआरवी 08 मिनट के भीतर कॉलर तक पहुँचे, देर होने पर उच्चाधिकारी करेंगे जाँच। पीआरवी कर्मी की शिथिलता पायी जाने पर होगी कार्यवाही ।
पीआरवी वाहन ऐसे स्थान पर खड़ी हो जिससे आम जनता को वह सड़क पर दिखाई दे । ट्रैफिक जाम का दवाब होने पर पीआरवी कर्मी गाड़ी में न रहे बैठे, जाम छुड़ाने में करे मदद ।
“UP-112 पुलिस की प्राथमिक इकाई है, जिसकी त्वरित कार्रवाई और सतर्कता ही आम जनता के विश्वास की आधारशिला है” – सीपी ।
पुलिस आयुक्त ने कमिश्नरेट वाराणसी के UP-112 के अधिकारी/ कर्मचारीगण के साथ बैठक कर इमरजेन्सी सेवाओं के कार्य प्रणाली की समीक्षा कर उन्हें और अत्यधिक प्रभावी व संवेदनशील बनाने हेतु दिये आवश्यक दिशा-निर्देश ।
समस्त पीआरवी अपने आस-पास के थाना क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति और संवेदनशील स्थलों की भी जानकारी रखें, आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई में होगी सहायक ।
दिनांक 05-04-2025 को पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी श्री मोहित अग्रवाल द्वारा यातायात पुलिस लाइन स्थित सभागार में कमिश्नरेट वाराणसी के UP-112 के अधिकारी व पीआरवी में नियुक्त कर्मचारीगण के साथ गोष्ठी की गई । गोष्ठी के दौरान कॉल रिस्पांस टाइम को और अधिक प्रभावशाली बनाने, सेवा की गुणवत्ता में सुधार करने, हर परिस्थिति में नागरिकों की सहायता को सर्वोपरि रखने, के निर्देश दिए साथ ही सभी पीआरवी अपने-अपने क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति और संवेदनशील स्थलों की जानकारी तथा आपातकालीन स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया । इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) श्री एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त काशी/वरूणा/गोमती जोन, अपर पुलिस उपायुक्त वरूणा जोन/नोडल UP-112, पीआरवी में नियुक्त कर्मी व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।
