वाराणसी: देश में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पिछले हफ्ते की अपेक्षा इस हफ्ते करीब चार गुना ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आए हैं. यूपी में भी कोरोना की एंट्री हो गई है. ऐसे में अब प्रदेश के अलग अलग जिलों में भी कोरोना को लेकर लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव मामले केरल में सामने हैं. इसके साथ ही महाराष्ट्र और दिल्ली में भी कोरोना के एक्टिव केस बढ़े हैं. बढ़ते कोरोना के बीच वाराणसी वालो को भी थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है. BHU के वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि कोरोना के दो नए वैरिएंट सामने आए हैं, जिससे भारत में भी लोग संक्रमित हो रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जो भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में रहते हैं. इस लिहाज से बनारस के लोगों में भी कोरोना को लेकर खतरा है, क्योंकि हर दिन दक्षिण भारत के अलावा दिल्ली, मुम्बई सहित अन्य जगहों से लोग यहां आते हैं.
कम हुआ लोगों का एंटीबॉडी
प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि हाल में ही उनकी टीम ने लोगों के एंटीबॉडी टेस्ट भी किया है. जिसमें 30 फीसदी ऐसे लोग हैं, जिनमें एंटीबॉडी कम पाई गई है. कम एंटीबॉडी के कारण लोग कोरोना के इस नए वैरिएंट से प्रभावित हो रहें हैं. इस नए वैरियंट से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्ग लोगों को है, जो 60 साल से ऊपर हैं.
तो करें कोविड प्रोटोकॉल का पालन
उन्होंने बताया कि यदि कोरोना से बचना है, लोगों को फिर से कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करना होगा. खासकर उन्हें जो हमेशा भीड़ के बीच रहते हैं. बताते चलें कि फिलहाल वाराणसी में कोरोना से जुड़ा कोई भी एक्टिव केस सामने नहीं आया है. लेकिन फिर भी लोगों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है.
