वाराणसी :- मोंथा तूफान और बारिश आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। इसके खत्म हुए 15 दिन गुजर गए, मगर सब्जियों पर असर आज भी है। आम लोगों की थाली से सब्जियां गायब सी हो गई हैं। आलम यह है कि परवल, मटर, मूली, टमाटर और साग सेब, अनार और केला को टक्कर दे रहे हैं, तो कुछ ने उन्हें पीछे भी छोड़ दिया है। सेब 80 से 100 रुपये किलो, केला 40 से 50 रुपये दर्जन बिक रहे हैं जबकि परवल, साग और शिमला मिर्च 100 और इससे भी ज्यादा दाम पर बिक रही है।
वहीं मटर 200 रुपये किलो तक बिक रही है।काफी सब्जियां बाहर से आ रही हैं। लोगों को 10 दिन बाद ही राहत मिलने की उम्मीद है। मोंथा तूफान के साथ बारिश ने सब्जियों की फसल काफी खराब कर दी। इसके चलते ये दो से तीन गुना महंगी हो गई हैं। टमाटर चार दिन पहले 40 रुपये से बढ़कर 80 रुपये किलो पहुंच गया है।
मूली, भिंडी, करेला, बैंगन, बोड़ा, लौकी 25 से 40 रुपये किलो थे। अब ये 50 से 100 रुपये में बिक रहे हैं। सब्जी कारोबारी मदन कुमार ने बताया कि यह मोंथा तूफान का असर है। स्थानीय सब्जियां ज्यादा खराब हुई हैं। इसलिए बाहर से सब्जियों के आने के कारण दाम बढ़े हैं। 10 से 15 दिन में कुछ सस्ता होने की उम्मीद है। फुटकर विक्रेता महादेव सोनकर ने बताया कि सब्जियों के महंगा होने से लोग कम खरीद रहे हैं। ज्यादातर आलू और प्याज ही ले जा रहे हैं।
बारिश से सड़ रही हैं सब्जियां बारिश से खेतों में जमीन वाली सब्जियां सड़ रही हैं। इसके चलते खेतों से इसकी निकासी कम हो गई है। दरेखू के किसान कांता मौर्या, बैरवन के मेवा पटेल ने बताया कि सब्जियां खराब हो गई हैं। जो बची हैं, उनमें उत्पादन कम हो गया है। मटर, हरी मिर्च और टमाटर की नर्सरी सड़ जाने से दोबारा लगानी पड़ी है।






