वाराणसी में बुधवार को प्राइवेट नर्सिंग कालेज के वाइस प्रिंसिपल का शव उसके ही कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। शव जमीन पर बुरी दशा में पड़ा था और उसके आसपास खून बिखरा था। शव तीन-चार दिन पुराना होने के चलते सड़ गया था और उससे दुर्गंध आ रही थी। पूरे घर में दुर्गंध आने के बाद मकान मालिक ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई मूवमेंट नहीं हुआ। देखा तो दरवाजा खुला था और अंदर का नजारा देखकर बदहवास हो गया। इसके बाद उसने हरहुआ पुलिस को मामले की सूचना दी। जानकारी पाकर पहुंची पुलिस खोलकर अंदर पहुंची। मकान के कमरे के अंदर वाइस प्रिंसिपल विष्णु कुरूप का शव जमीन पर पड़ा था।
जानकारी पर आनन फानन में शव को कब्जे में ले लिया गया। जानकारी मिलने के बाद मंगलवार की मध्य रात्रि में बड़ागांव पुलिस, एसीपी पिंडरा और अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया। शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेजा और परिजनों को मामले की जानकारी दी। केरल के अलप्पुझा जिले के चारुमुड, थमराकुलम निवासी विष्णु कुरुप (36) हरहुआ चौराहे के समीप एक निजी नर्सिंग कॉलेज में उप-प्रधानाचार्य थे। उन्होंने विगत वर्ष ही ज्वाइन किया था और तब से चौराहे पर स्थित अनिल कुमार साव के मकान में इसी साल एक जनवरी से किराए पर रह रहे थे।
सोमवार को कालेज से आने के बाद मकान मालिक ने उन्हें नहीं देखा, मंगलवार को विष्णु कालेज भी नहीं गए और किसी को कोई सूचना भी नहीं दी। कमरे में विष्णु कुरूप अकेले रहते थे तो आते जाते मकान मालिक से मुलाकात हो जाती थी। मंगलवार की रात कुछ छात्राओं को दुर्गंध महसूस हुई, जिसके बाद उन लोगों ने अनिल को सूचना दी दिया। सूचना मिलने के बाद अनिल जब कमरे तक पहुंचे तो अनहोनी की आशंका जताते दरवाजे को धक्का दिया तो वह अंदर से खुला था। कमरा खोलकर देखा गया तो उनकी संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी थी, विष्णु फर्श पर पड़े मिले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उनका शव बरामद कर लिया।इधर, उप प्रधानाचार्य की मौत की सूचना के बाद कॉलेज और आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई। लोग लगातार यह जानने की कोशिश करते नजर आए कि विष्णु क्रुप की मौत कैसे हुई? मकान मालिक ने बताया कि वे कभी-कभी शराब का सेवन करते थे।
कमरा खुला था और लाइट बंद मकान मालिक के अनुसार, उन्हें आखिरी बार सोमवार की रात को कालेज से आने के बाद नहीं देखा गया था। जब छात्राओं की सूचना पर ऊपर गए तो कमरे का दरवाजा अंदर से खुला था, पंखा चल रहा था लेकिन लाइट बंद थी। घटना की सूचना रात में ही फोन द्वारा पुलिस को दी गई थी। परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है। उनके परिजनों को केरल से कल तक पहुंचेंगे।
कमरे में बिखरा पड़ा था खाना और सामान बुधवार को सुबह करीब 11 बजे फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और कमरे की जांच की। टीम ने दही के एक डिब्बे और अन्य वस्तुओं के नमूने जांच हेतु कब्जे में लिए। इस संबंध में बड़ागांव थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि मौत का असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
