लखनऊ: सहारा इंडिया में कार्यरत रहे डिप्टी मैनेजर ओपी श्रीवास्तव समेत सात अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा कंपनी में अधिकारी रैंक पर कार्यरत रहे दंपति ने लगाया है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने बनर्जी दंपति के दो करोड़ रुपये से अधिक वेतन न देकर आर्थिक शोषण किया।पीड़ित अरिंदम बनर्जी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। इंस्पेक्टर अलीगंज चंदन कुमार तिवारी के अनुसार, पीड़ित अरिंदम बनर्जी लखनऊ के मड़ियांव क्षेत्र के निवासी हैं। उन्होंने अपनी तहरीर में बताया कि सितंबर 2016 से फरवरी 2023 तक वे सहारा इंडिया में कार्यरत रहे और इस दौरान उनका पद ‘वरिष्ठ सलाहकार’ रहा।
पीड़ित ने बताया कि इस अवधि में उन्हें कुल 4,40,393 रुपये वेतन मिला, जबकि उनका वेतन 5,46,130 रुपये प्रति माह तय था। इस प्रकार उन्हें करीब सात वर्षों तक वेतन नहीं दिया गया। जुलाई 2022 में कार्यकारी निदेशक मयूर राय से संपर्क कर उन्होंने वेतन न मिलने की शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। इसके बाद जून 2023 में जब अंतिम वेतन रिलीविंग पत्र मिला, तब जाकर उन्हें स्थिति का अंदाजा हुआ। जब उन्होंने वेतन की मांग की, तो उन्हें धमकाया गया और कार्यालय में प्रवेश पर रोक लगा दी गई। उनका कुल बकाया 95,13,761 रुपये वेतन और उनकी पत्नी शिबानी बनर्जी का 20,21,263 रुपये बोनस बताया गया है। इस तरह कुल दो करोड़ रुपया बाकी है।पुलिस ने बताया कि पीड़ित के दस्तावेजों के आधार पर जांच जारी है।
