हरियाणा : हिमानी मर्डर केस को लेकर इस वक्त हरियाणा में सियासी घमासान मचा हुआ है। इसी बीच अब मृतक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की मां सविता ने कई खुलासे किए हैं। सविता ने कहा कि चुनाव और पार्टी ने मेरी बेटी की जान ले ली। इसी वजह से उसके कुछ दुश्मन भी बन गए। उन्होंने कहा कि यह (अपराधी) पार्टी से भी हो सकते हैं, उसके दोस्त भी हो सकते हैं। हिमानी का मां सविता ने आगे बताया कि 28 फरवरी को वह घर पर थी। हमें पुलिस स्टेशन से (घटना के बारे में) फोन आया। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी आशा हुड्डा (भूपिंदर सिंह हुड्डा की पत्नी) के बहुत करीब थी, जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी…हम थोड़े डर में रहते थे। मैं अपने बेटे को यहां से BSF कैंप ले गई। सविता ने बताया कि मेरे बड़े बेटे की 2011 में हत्या कर दी गई और हमें कभी न्याय नहीं मिला। इसलिए, मैं उसे (दूसरे बेटे को) उसकी जान बचाने के लिए BSF कैंप ले गई। चुनाव के बाद, वह पार्टी से थोड़ा निराश हो गई थी। उसने कहा कि उसे नौकरी चाहिए और वह पार्टी के लिए ज्यादा काम नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि हिमानी पिछले 10 सालों से कांग्रेस से जुड़ी हुई थी। वह शादी करने के लिए भी राजी हो गई थी। मैंने सुबह आशा हुड्डा को फोन किया था, लेकिन मेरा फोन रिसीव नहीं हुआ। मृतका के भाई जतिन ने बताया कि मेरी बहन ने रागुल गांधी के साथ भारत जोड़ो पदयात्रा की थी।
