वाराणसी :- गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार लगातार जारी है। बनारस में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज 3.14 मीटर नीचे है। रविवार को जलस्तर बढ़ने के कारण हरिश्चंद्र घाट की गलियों में शवदाह शुरू हो गया है। शीतला मंदिर में गंगा के प्रवेश होने की आशंका को देखते हुए पुजारी ने मंदिर से सामान हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। नमो घाट पर बने सबसे बड़ा नमस्ते स्क्ल्पचर से आगे गंगा बढ़ चुकी हैं। वरुणा में पलट प्रवाह से पलायन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। रविवार को केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी बाढ़ बुलेटिन के अनुसार शनिवार रात से रविवार रात आठ बजे तक 24 घंटे में जलस्तर सवा दो फीट की बढ़ोतरी हुई है। गंगा का जलस्तर एक मीटर और बढ़ा तो वरुणा, असि एवं गोमती में गंगा का पलट प्रवाह तेज होने की आशंका है।
रविवार को रात आठ बजे तक जलस्तर प्रतिघंटे चार सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। आयोग के अनुसार जलस्तर 67.12 मीटर दर्ज किया गया। पानी चेतावनी बिंदु (70.26 मीटर) से महज 3.14 मीटर नीचे बह रहा है। शनिवार की रात गंगा का जलस्तर 66.26 मीटर था और रविवार की सुबह आठ बजे जलस्तर 66.60 मीटर तक पहुंच चुका था। दोपहर दो बजे तक जलस्तर में दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही थी लेकिन दो बजे के बाद जलस्तर में चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ोतरी शुरू हो गई। सुबह से रात आठ बजे तक 12 घंटे में 52 सेंटीमीटर पानी बढ़ चुका था।शीतला माता मंदिर की तीन सीढ़ियां डूब गई हैं। जबकि तीन सीढ़ी अभी दिख रही हैं। मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट का निचला हिस्सा पूरी तरह डूब गया है। छतों पर शवदाह हो रहा है जबकि हरिश्चंद्र घाट के ऊपरी हिस्से का एकमात्र प्लेटफाॅर्म भी डूबने के कारण गलियों में शवदाह शुरू हो गया।
