जैसे-जैसे बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आ रही है, सियासी सरगर्मी तेज होती जा रही है. फिलहाल महागठबंधन में सब कुछ ठीक न होने की अटकलें लगाई जा रही थीं अचानक तेजस्वी यादव ने कुछ महिलाओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार की चुनावी हवा को रफ्तार दे दी. हाल ही में सूबे की जेडीयू-भाजपा सरकार ने रोजगार के नाम पर लाभार्थी महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे. बिहार का सियासी इतिहास है कि यहां पुरुषों से ज्यादा महिलाएं वोट डालने बूथ पर पहुंचती हैं. ऐसे में आधी आबादी पर भाजपा के साथ-साथ विपक्ष की भी नजर थी. पूरा प्लान तैयार कर आज तेजस्वी आए. बीच चुनाव आरजेडी नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महिलाओं के लिए कुछ बड़े ऐलान कर दिए,उन्होंने जीविका दीदी का जिक्र करते हुए कहा कि हम अपनी यात्रा के दौरान कई जिलों में घूमकर आए और हर जगह जीविका दीदीयों का समूह मिलता था. सभी जीविका दीदीयों के प्रति हमारा सम्मान है और उन्हें उनका अधिकार और सम्मान दिलाना हमारी जिम्मेदारी है. हमने वैज्ञानिक तौर पर अध्ययन करके निर्णय लिया है कि जितनी जीविका दीदीयां हैं, उन सभी को स्थायी सरकारी कर्मचारी का दर्जा देकर उनके वेतन को हम 30,000 रुपये हर महीने करेंगे I






