भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों पर एक ही दिन एक्सपायरी नहीं होगी.SEBI ने यह स्पष्ट किया है कि एक्सपायरी के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित करने होंगे, जिससे बाजार में संतुलन बना रहे और किसी एक एक्सचेंज को अनुचित लाभ न मिले.एक एक्सचेंज को मंगलवार को एक्सपायरी रखनी होगी. दूसरे एक्सचेंज को गुरुवार को एक्सपायरी का दिन चुनना होगा. SEBI ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी नया एक्सचेंज अलग दिन नहीं चुन सकेगा,इससे पहले कल NSE ने 4 अप्रैल से एक्सपायरी दिन सोमवार करने की योजना बनाई थी लेकिन अब अगले आदेश तक इसे टाल दिया गया है. ये फैसला मार्केट रेग्युलेटर SEBI के नए फैसले के बाद लिया है. सेबी ने F&O एक्सपायरी को लेकर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. SEBI ने कहा है कि एक्सपायरी दिन को तय करने से पहले सभी पक्षों से राय ली जाएगी.
क्यों SEBI की मुहिम जारी? SEBI इस फैसले के जरिए बाजार में अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखना चाहता है. इसके अलावा, यह निर्णय निवेशकों के लिए बेहतर ट्रेडिंग अनुभव सुनिश्चित करने और अस्थिरता को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है,इस फैसले का सीधा असर स्टॉक मार्केट के ट्रेडिंग पैटर्न और ऑप्शंस ट्रेडिंग पर पड़ सकता है. निवेशकों और एक्सचेंजों को अब अपने ट्रेडिंग रणनीतियों में बदलाव करने की जरूरत होगी. SEBI के इस नए नियम पर आधिकारिक घोषणा जल्द होने की संभावना है.
