एनसीएल परियोजना में घूसखोरी और भ्रष्टाचार का है गढ़
शक्तिनगर। शक्तिनगर थाना अंतर्गत स्थित एनसीएल खड़िया परियोजना में ओबी (मिट्टी हटाने का कार्य करने वाली कंपनी) कलिंगा के आते ही नौकरी दिलाने को लेकर कई सफेदपोश नेता समेत कई दलाल सक्रिय हो चुके है और एनसीएल समेत कंपनी में दबाव बनाने में जुट चुके है। हद तो तब हो गई जब नौकरी करने से ज्यादा नौकरी दिलाने को लेकर कई सफेदपोश चेहरे देखने को मिल रहे है। इन दिनों शक्तिनगर समेत आसपास के क्षेत्रों में स्थित चट्टी चौराहों पर कलिंगा का नाम चर्चा में है और नौकरी दिलाने और मांगने वालों की होड़ लग चुकी है। सूत्रों की माने तो इस बार दो से ढाई लाख रुपए में नौकरी दिलाने वाले की मांग है। कंपनी के लोगो से साठ गांठ बनाने को लेकर कई सफेदपोश अलग अलग बैठक और पैंतरे अपनाने में जुट गए है। इस पूरे खेल में एनसीएल खड़िया परियोजना के बड़े अधिकारी भी शामिल है जिन्हें फिर एक बार मोटी रकम कमाने का मौका मिला है। सूत्रों की माने तो एनसीएल खड़िया परियोजना के अधिकारी और कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा लोगो को कोटा वितरित किया जा रहा है।
बता दे कि एनसीएल परियोजना में घूसखोरी आम बात बन चुकी है घुस का हिस्सा भी खेल में शामिल सभी लोगों को मिलता है जी हां एनसीएल परियोजना में भ्रष्टाचार और घूसखोरी को लेकर वर्ष में तकरीबन दो से तीन बार सीबीआई की छापामारी भी होती है। और भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को रंगेहाथ गिरफ्तार करती है लेकिन परियोजना में घूसखोरी की जड़ इतनी मजबूत है कि उसे सीबीआई भी अब तक हिला नहीं पाई है। ऐसे में एनसीएल परियोजना के भ्रष्ट अधिकारियों की घूसखोरी का तरीका अब कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी भी सिख चुके है।नौकरी देने दिलाने के नाम पैसे लेने लगे है।
बीते दिनों कलिंगा में नौकरी दिलाने को लेकर एक ऑडियो भी वायरल हुआ था जिसमें नौकरी दिलाने को लेकर पैसा लेनदेन और नौकरी दिलाने की बात की जा रही थी हालांकि आर्यावर्त लाइव इसकी पुष्टि नहीं करता इसके कुछ ही दिनों पूर्व शक्तिनगर थाना अंतर्गत बिना चौकी क्षेत्र में रहने वाले एक पीड़ित व्यक्ति द्वारा एक एनसीएल के कर्मचारियों पर नौकरी के नाम पर नौ लाख लेने और नौकरी ना दिलाने का वीडियो बनाकर जहरीली पदार्थ पी लिया गया था साथ ही उसने पुलिस पर भी आरोप लगाया था कि पुलिस इस मामले में मुकदमा नहीं दर्ज कर रही है वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया। पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर द्वारा किसी प्रकार बचा लिया गया है। बता दें कि कलिंगा कंपनी के आने के बाद नौकरी दिलाने के नाम पर फिर से एक बार कई सफेद पोस मोटी रकम लेंगे और नौकरी न दिला पाने के बाद पीड़ित बेरोजगार व्यक्ति अपनी आपबीती को लेकर शक्तिनगर थाने में गुहार लगा सकते हैं

Author: Rajesh Sharma
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