लखनऊ, 25 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एस.पी.यूथ एस.पी. गोयल और पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर छठ पूजा और आगामी पुलिस भर्ती परीक्षाओं की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के साथ-साथ भर्ती परीक्षाओं को निष्पक्ष, नकलविहीन और पूर्ण पारदर्शी बनाने पर जोर दिया गया।मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने निर्देश दिए कि छठ पूजा के अवसर पर घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा और प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नदियों, तालाबों तथा अन्य जलस्रोतों का जल पूरी तरह स्वच्छ रखा जाए। भीड़ प्रबंधन के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। प्रमुख पूजा स्थलों पर पर्याप्त पार्किंग, मोबाइल टॉयलेट और चेंजिंग रूम की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, अप्रिय घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पिछली घटनाओं का गहन विश्लेषण किया जाए। प्रमुख पूजा स्थलों के अलावा छोटे पूजा स्थलों पर भी सुरक्षा के समुचित प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने छेड़खानी और दुर्व्यवहार की शिकायतों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए एंटी-रोमियो स्क्वॉड को वर्दी तथा सादी वर्दी में तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश की नई पहचान बन चुकी है। पूर्व की भांति प्रस्तावित परीक्षाओं को निष्पक्ष, नकलविहीन और पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया जाए। भर्ती परीक्षाओं के संबंध में बताया गया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर ग्रेड-ए पद की परीक्षा 01 नवंबर को तथा पुलिस उपनिरीक्षक (गोपनीय), पुलिस सहायक उपनिरीक्षक (लिपिक) और पुलिस सहायक उपनिरीक्षक (लेखा) के पदों की भर्ती परीक्षा 02 नवंबर को प्रदेश के 10 जनपदों में आयोजित की जाएगी।
बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि दोनों आयोजनों को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए सभी स्तरों पर समन्वय बनाए रखा जाए। यह समीक्षा राज्य सरकार की जनसेवा और कानून-व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।






