भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव और आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि में देशभर में राष्ट्रभक्ति और सेना के समर्थन की भावना तेज हो गई है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शुक्रवार को एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और विजय की कामना के लिए किया गया।
वाराणसी मनोबल को ऊंचा रखने के लिए यज्ञ राम जानकी मंदिर परिसर वाराणसी में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया और देश की सीमाओं की रक्षा में जुटे जवानों के मनोबल को ऊंचा रखने के लिए यज्ञ-हवन किया गया। यज्ञ की अग्नि में आहुतियां दी गईं, ताकि भारतीय सेना को बल, बुद्धि और विजय का आशीर्वाद मिले।
आध्यात्मिक ऊर्जा से मिलेगी आत्मबल की वृद्धि आयोजकों ने बताया कि यह यज्ञ विशेष रूप से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई को बल देने और सेना को संकल्प शक्ति प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया। श्रद्धालुओं (Varanasi) का मानना है कि आध्यात्मिक ऊर्जा से सेना के जवानों में मानसिक बल और आत्मबल की वृद्धि होगी।
मंदिर प्रांगण में “जय श्रीराम” और “भारत माता की जय” के नारों के साथ माहौल देशभक्ति से ओतप्रोत रहा। कई स्थानीय नागरिकों और साधु-संतों ने इस धार्मिक आयोजन (Varanasi) में भाग लेकर भारत की विजय और शांति की प्रार्थना की। मंदिर प्रांगण में “जय श्रीराम” और “भारत माता की जय” के नारों के साथ माहौल देशभक्ति से ओतप्रोत रहा। कई स्थानीय नागरिकों और साधु-संतों ने इस धार्मिक आयोजन वाराणसी में भाग लेकर भारत की विजय और शांति की प्रार्थना की।
आयोजनकर्ताओं ने यह भी कहा कि यह केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि राष्ट्र की रक्षा में जुटे वीर जवानों के प्रति भावनात्मक समर्थन का प्रतीक है। भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए जो सैनिक दिन-रात तत्पर हैं, यह आयोजन उनके सम्मान और सहयोग की भावना को दर्शाता है।
