वाराणसी : महाकुम्भ स्नान के बाद काशी की ओर बढ़ी श्रद्धालुओं की भीड़ ने रविवार शाम से सोमवार पूरे दिन काशी की यातायात व्यवस्था का ‘लिटमस टेस्ट’ लिया। इस कारण रविवार को 12 तक के सभी स्कूलों को अगले 10 दिन बंद कर ऑनलाइन कक्षाएं कराने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। सोमवार को जैसे ही कक्षाएं शुरू हुई बच्चों को कोरोना काल की याद आ गई महाकुम्भ स्नान के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ अब काशी की तरफ आने लगी है। आने वाले दिनों में जबरदस्त भीड़ के मद्देनजर रविवार को जिलाधिकारी ने सभी बोर्ड के कक्षा 12 तक के स्कूलों में 5 फरवरी तक ऑनलाइन कक्षाएं चलाने के निर्देश दिए थे। सोमवार को स्कूल न जाने की सूचना पर बच्चे खुश तो दिखे मगर ऑनलाइन कक्षाएं चलने की बात पर उन्हें कोरोना काल की याद आ गई। 2020 और 21 में लॉकडाउन खुलने के बाद भी स्कूल महीनों बाद खोले गए थे। उस दौरान कक्षा 1 या 2 में पढ़ने वाले बच्चे अब चार या पांचवीं में पहुंच चुके हैं। स्कूलों से जारी टाइम टेबल के अनुसार सुबह से बच्चों के अभिभावक मोबाइल और लैपटॉप पर क्लास कनेक्ट करने औरं पढ़ाई कराने की तैयारी में लग गए। एक फरवरी से यूपी बोर्ड में कक्षा 10 और 12 की प्रैक्टिकल परीक्षाएं भी शुरू हो रही डीआईओएस अवध किशोर सिंह ने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं तय टाइम टेबल के अनुसार ही जारी रहेंगी। सोमवार को स्कूल बस, वैन और निजी वाहनों के न निकलने से बच्चों ‘को राहत हुई। शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात व्यवस्था का हाल बेहाल रहा। कुछ निजी स्कूलों में कक्षा-6 या 8 तक के बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं की छूट दी गई है। बड़ी कक्षाओं स्कूल में चल रही हैं। हालांकि इन बच्चों को अपने निजी वाहनों से स्कूल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
