पुरी के जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) में हाल ही में घटी एक अद्भुत घटना ने ना केवल भक्तों को चमत्कृत किया, बल्कि इसे एक दिव्य संकेत (Divine Sign) के रूप में भी देखा जा रहा है. बाज ने मंदिर के शिखर पर लगे ध्वज को अपने पंजों में पकड़ा और उसे उड़ाकर अपने साथ ले गया. क्या यह सिर्फ एक चमत्कारी घटना है, या यह किसी बड़े दिव्य परिवर्तन का संकेत है? आइए जानते हैं.
यह संकेत भगवान का आशीर्वाद है! स्कंद पुराण में यह कहा गया है कि गरुड़ देवता का शिखर पर उपस्थित होना या पक्षियों का विशेष कार्य करना दिव्य संकेत हो सकता है. यह संकेत भगवान के आशीर्वाद और भक्तों के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन का संकेत होता है,विष्णु पुराण और भागवत पुराण में भी गरुड़ के आशीर्वाद को दिव्य विजय और धार्मिक परिवर्तन के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है. इस घटना को धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण दिव्य संकेत माना जा सकता है.
