लखनऊ : वक़्फ़ संशोधन अधिनियम जनहित में लाया गया बिल है।अब परेशान सिर्फ़ मुसलमानों के ठेकेदार AIMPLB जैसे चंद लोग हैं। इस जैसी संस्था के बारे में कुछ नहीं पता है कि यह रजिस्टर्ड है कि नहीं है? इसकी फंडिंग कहां से होती है? कहां से संचालित होती है जिसके पीछे आज भारत की अनेकों विपक्षी पार्टियां जिसके बैनर के पीछे अपनी सियासत कर रही हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के तमाम सदस्यों के रिश्तेदारों के पास पूर्व सदस्यों के पास एवं इनसे जुड़े लोगों के पास ख़ुद वक़्फ़ की संपत्तियां हैं जिस पर मकान एवं कार्यालय बनाए हुए काबिज़ हैं। कांग्रेस एवं सपा बसपा की सरकारों में यह दबाव बनाते थे, लूट मचा रखी थी इन्होंने वक़्फ़ की अनेकों संपत्तियां इनसे जुड़े लोगों के पास हैं।लोगों को न्याय देने के लिए आदरणीय मोदी सरकार यह बिल लेकर आ रही है जिससे सबसे ज्यादा परेशानी इन्हीं जैसे लोगों को है क्योंकि लूट इन्हीं लोगों ने की है।यह धरना प्रदर्शन कोई जनहित का नहीं है यह निजीहित का प्रदर्शन है क्योंकि इन्हें पता है काबिज़ संपत्तियां इन्हें छोड़ना पड़ेगी। – मोहसिन रजा नेता भारतीय जनता पार्टी।
