भदैनी क्षेत्र में एक परिवार के पांच लोगों की हत्या के मुख्य आरोपी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की को दूसरी पुलिस कस्टडी रिमांड की अर्जी सीजेएम मनीष कुमार की कोर्ट ने खारिज कर दी। अदालत में आरोपी की ओर से पुलिस कस्टडी रिमांड पर दोबारा दिए जाने का विरोध किया गया था।पुलिस कस्टडी रिमांड के विरोध में अभियुक्त के अधिवक्ता द्वारा आपत्ति प्रस्तुत की गई। कहा गया कि अभियुक्त को गिरफ्तार करके पूछताछ के बाद न्यायालय के समक्ष विलंब से प्रस्तुत किया गया था। यह मामला गिरफ्तारी का था, आत्मसमर्पण का नहीं था। पहला बयान फर्जी ढंग से 6 फरवरी 2025 को पुलिस ने दर्ज किया। उसमें अन्यथा तथ्य फर्जी ढंग से लिखे गए हैं। फिर मजीद बयान के रूप में प्रार्थी का फर्जी बयान लिखा गया है। उसमें अन्यथा तथ्य अंकित किए गए हैं। न्यायालय के सख्त आदेश के कारण पुलिस अभियुक्त की हत्या नहीं कर पाई। पुलिस अभियुक्त की हत्या करने के उद्देश्य से दूसरी बार पुलिस कस्टडी रिमांड का ड्रामा कर रही है। अभियुक्त ने किसी भी प्रकार का असलहा बरामद कराने का बयान पुलिस को नहीं दिया है। अभियोजन पक्ष के कथानक, पुलिस की केस डायरी और पुलिस का पिछला कस्टडी रिमांड का आवेदन भिन्न-भिन्न प्रकार के हैं। घटना के 5-6 महीने बाद इस प्रकार की बरामदगी की बात करना सिर्फ पुलिस की साजिश है।प्रकरण के अनुसार 5 नवंबर 2024 को भदैनी के राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बेटे नमनेंद्र व सुवेंद्र और बेटी गौरांगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने विवेचना के दौरान राजेंद्र के भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की को मुख्य आरोपी बनाया।
